नील स्वर्ग

नील स्वर्ग
प्रकृति हर रंग में खूबसूरत होती है , हरी, पीली , लाल या फिर नीली

Friday, August 13, 2010

अति लघु कथा - पतझड़

घने पेड़ की छाँव में बैठे बैठे उसने मुझसे पूछा -" तुम मुझसे कितना प्यार करते हो ?"

मैंने शायराना अंदाज में उत्तर दिया - "इस पेड़ की घनी छाँव जितना "

उसने दो क्षण मुझे देखा और फिर खड़ी हो गयी - " सॉरी , मुझे पतझड़ से डर लगता है "

........................और वो चली गयी .

1 comment:

  1. उफ़्………………कुछ ज्यादा ही प्रैक्टिकल निकली।लेकिन जाते जाते भी बहुत कुछ कह गयी।

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