नील स्वर्ग

नील स्वर्ग
प्रकृति हर रंग में खूबसूरत होती है , हरी, पीली , लाल या फिर नीली

Monday, October 29, 2012

अलग अलग चश्मे

एक व्यस्त सड़क पर एक कुत्ता सड़क पार करने की कोशिश में एक मोटर की चपेट में आ गया वहां लोगों की भीड़ लग गयी . वहां मौजूद लोगों में जो चर्चा हुई वो कुछ इस प्रकार थी .

एक आधुनिक महिला - ये स्ट्रे डॉग्स बहुत बड़ी नुइसेंस हैं सड़क पर ! कोर्पोरेसन  क्या करती है ?

एक एनीमल लवर - ये गाडी चलाने वाले न जाने अपने आप को क्या समझते हैं ? जानवर को जानवर नहीं समझते .

एक ज्योतिषी - ये सब ग्रहों का चक्कर है . इसके ग्रह  इस समय अनुकूल नहीं थे ; इसलिए इसे मरना ही था .

एक इंजिनियर - गाडी के ब्रेक सही नहीं थे , वर्ना शायद बच  जाता .

एक पौराणिक पंडितजी - हर प्राणी का मृत्यु का समय निश्चित है ; ये घडी कभी टल  नहीं सकती .

एक आर्य समाजी - भाई , बात सिर्फ इतनी है की ये कुत्ता उस एक क्षण में ये फैसला नहीं कर पाया की उसे वापस लौटना चाहिए या दौड़ के सड़क पार करनी चाहिए .




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