नील स्वर्ग

नील स्वर्ग
प्रकृति हर रंग में खूबसूरत होती है , हरी, पीली , लाल या फिर नीली

Sunday, October 28, 2012

अपशकुन

एक कार बहुत तेजी से सड़क पर जा रही थी . ड्राइवर अपने ही ध्यान में था . अचानक उसकी नजर पड़ी एक काली  बिल्ली पर  जो सड़क के एक तरफ से तेजी सी भागी और उस गाडी के सामने से निकल गयी . गाडी के ड्राइवर ने जोर से  ब्रेक लगाया . गाडी इतनी तेज गति में थी की इस तरह के ब्रेक के उपरांत भी  थोड़ी दूर फिसलती चली गयी . बहरहाल गाड़ी बिल्ली के रास्ता काटने की रेखा से पहले रुक गयी . लेकिन अपशकुन तो अभी होना बाकी था . पीछे से एक ट्रक उतनी ही तेजी से आ रहा था . इस  अचानक बिना कारण  लगे ब्रेक को वो समझ नहीं पाया ; और उसके ट्रक  ने एक बहुत जबरदस्त टक्कर मारी उस कार के पीछे .

कार का ड्राइवर अभी अपनी गाडी में लगाये  गए ब्रेक से संभल भी नहीं पाया था , की पीछे से ये प्राणलेवा धक्का लगा . कार का ड्राइवर उस धक्के की मार से अपनी सीट से उछल  कर कार के सामने लगे शीशे को तोड़ता हुआ सामने सड़क पर जा गिरा . कांच के टुकड़े उसके सर और चेहरे में घुस गए . सर से खून बहने लगा और थोड़ी देर में उसने वहीँ दम तोड़ दिया . ट्रक का ड्राइवर भी बुरी तरह घायल हो गया .

अपशकुन बिल्ली के रास्ता काटने में नहीं था , लेकिन उसके रास्ता काटने को अपशकुन मानने में था .

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