विचित्र देश है भारत ! कौन सा ऐसा विषय है जिसमे हमारी विचित्रता नजर नहीं आती ! एक विषय है वी आई पी . हमारे यहाँ इस खास कटेगोरी की परिभाषा भी समझना मुश्किल है . अभी देखिये ना कल शाम जब मैं कोल्कता के हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच की लम्बी कतार में खड़ा था , तो मेरी नजर पड़ी एक बड़े से बोर्ड पर . उस बोर्ड पर एक फेहरिस्त थी उन खास पदों या खास कटेगोरी की, जिन्हें इस सुरक्षा जांच की प्रक्रिया से मुक्त किया गया था . मैंने पढना शुरू किया . सूची कुछ ऐसे थी -
सवाल एक नाम का नहीं है ; सवाल है सत्ता के दिमागी दिवालियेपन का ! वाह रे भारत ! वाह रे भारत सरकार !
- President
- Vice President
- Prime Minister
- Former President
- Speaker of Lok-Sabha
- Chief Justice Of India
- Judges of Supreme Court
- Leaders of Opposition in Lok Sabha and Rajya Sabha
- Union Ministers of Cabinet Rank
- Dy. Chairman of Rajya Sabha and Dy. Speaker of Lok Sabha
- Governers of States
- Chief Ministers of States
- Chief Justice Of High Courts
- Lt. Governors of Union Territories
- Chief Ministers of Union Territories
- Ambassadors of Foreign Countries / Charge De- Affairs and High Commissions and their spouses.
- Cabinet Secretary
- Visiting foreign dignitories of the same status as Sl No. 1 to 3, 5,6,9 and 11 above.
- Chief of Army, Navy and Airforce.
- His holiness The Dalai Lama
- SPG Protectors
- Shri Robert Vadra while travelling with SPG Protectees
सवाल एक नाम का नहीं है ; सवाल है सत्ता के दिमागी दिवालियेपन का ! वाह रे भारत ! वाह रे भारत सरकार !
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