मध्य प्रदेश में एक प्रकल्प चल रहा है - औंकारेश्वर नाम का बाँध जिसकी क्षमता है 520 मेगा वाट और ये राज्य के बड़े बांधों में आता है . इस बाँध के प्रबंधन ने इसमें जल का स्तर 189 मीटर से बढ़ा कर 193 मीटर कर देने का फैसला किया .इस फैसले से आस पास के गांवों के जीवन पर असर पड़ेगा . गाँव वालों का कहना है की चार मीटर जल का स्तर बढ़ने का अर्थ है उनकी सारी जमीनों को जल में विसर्जित करना .
आन्दोलन का परिणाम क्या होगा ये तो भविष्य ही बताएगा , लेकिन आज के समय में सत्याग्रह की इससे अधिक मजबूत मिसाल नहीं मिलेगी .
सर्कार की तरफ से कोई सुनवाई नहीं हो रही इसलिए घोघल गाँव के वासियों ने एक आन्दोलन शुरू किया है जिसका नाम है जल सत्याग्रह ! गाँव के 250 लोग इस सत्याग्रह में भाग ले रहे हैं . सारे आन्दोलनकारी गर्दन तक जल में खड़े हैं पिछले 16 दिनों से . जो जल में नहीं है वो वहीँ किनारे पर बैठ कर भजन कीर्तन आदि से आन्दोलन कारियों का मनोबल बढ़ा रहें हैं
आन्दोलन का परिणाम क्या होगा ये तो भविष्य ही बताएगा , लेकिन आज के समय में सत्याग्रह की इससे अधिक मजबूत मिसाल नहीं मिलेगी .
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