किम्वदंती है की महाभारत के युद्ध में श्रीकृष्ण ने अर्जुन के सारथी के रूप में अपना विराट रूप दिखाया , जिसका उद्देश्य था अर्जुन को युद्ध के लिए तैयार करना . उस रूप का काल्पनिक चित्रण हम देखते हैं कई कैलेंडरों में .
गुजरात में चल रहा विधान सभा का चुनाव भी महाभारत से कम नहीं है . और विराट रूप दिखाया है गुजरात के शेरदिल नेता नरेन्द्र मोदी ने . विज्ञान की तकनीक का सहारा लेकर बनायीं गयी नरेन्द्र मोदी की 3 डी की होलोग्राम प्रतिमूर्ति , जिसके कारन मोदी का भाषण जीवंत देख पाए एक साथ दर्जनों स्थानों पर गुजरात निवासी . ये कोई टेलीविजन देखने जैसी अनुभूति नहीं है . ये है एक ऐसा अनुभव जिसमें लोग हर स्थान पर नरेन्द्र मोदी को देख पा रहे थे अपने सन्मुख मंच पर पूरे हाव भाव के साथ . इतना ही नहीं दर्शकों के प्रश्नों के उत्तर भी संभव थे इन प्रतिमुर्तियों द्वारा .
यानी की वर्तमान चुनाव प्रचार में नरेन्द्र मोदी प्रत्यक्ष रूप से प्रचार कर पा रहें हैं - तमाम 182 चुन्नावी क्षेत्रों में . नरेन्द्र मोदी के इस विराट रूप ने नींद उड़ा रखी है प्रमुख विपक्षी दल कोंग्रेस की . इसका विरोध करने के लिए कोंग्रेस नए नए बहाने गढ़ रही है . कभी ये कहती है की एक एक स्थान पर ऐसा प्रचार करने की कीमत 5 करोड़ रुपैये हैं , इसलिए इलेक्सन कमिसन को इस की जांच करनी चहिये . सी पि एम् और नवनिर्मित गुजरात परिवर्तन पार्टी भी इस महान परिवर्तन को पचा नहीं पा रही . और दिग्विजय सिंह जैसे बयानबाज नेताओं ने इसे नरेन्द्र मोदी का मायावी रूप बताते हुए , दस सर वाले रावण से तुलना कर दी .
कोई कुछ भी कहे , सच्चाई ये है -की गुजरात की जनता अपने प्रिय नेता नरेन्द्र मोदी को प्रत्यक्ष रूप से देखना और सुनना चाहती है - और उनकी वो इच्छा इस माध्यम से पूरी हो रही है . गुजरात चुनाव का पहला दौर समाप्त हो चूका है जिसमें हुए मतदान की संख्या ने पिछले सारे रेकोर्ड तौड़ दिए हैं . संभवतः ये मतदान नरेन्द्र मोदी के सर्वव्यापी स्वरूप का ही परिणाम है !
गुजरात में चल रहा विधान सभा का चुनाव भी महाभारत से कम नहीं है . और विराट रूप दिखाया है गुजरात के शेरदिल नेता नरेन्द्र मोदी ने . विज्ञान की तकनीक का सहारा लेकर बनायीं गयी नरेन्द्र मोदी की 3 डी की होलोग्राम प्रतिमूर्ति , जिसके कारन मोदी का भाषण जीवंत देख पाए एक साथ दर्जनों स्थानों पर गुजरात निवासी . ये कोई टेलीविजन देखने जैसी अनुभूति नहीं है . ये है एक ऐसा अनुभव जिसमें लोग हर स्थान पर नरेन्द्र मोदी को देख पा रहे थे अपने सन्मुख मंच पर पूरे हाव भाव के साथ . इतना ही नहीं दर्शकों के प्रश्नों के उत्तर भी संभव थे इन प्रतिमुर्तियों द्वारा .
यानी की वर्तमान चुनाव प्रचार में नरेन्द्र मोदी प्रत्यक्ष रूप से प्रचार कर पा रहें हैं - तमाम 182 चुन्नावी क्षेत्रों में . नरेन्द्र मोदी के इस विराट रूप ने नींद उड़ा रखी है प्रमुख विपक्षी दल कोंग्रेस की . इसका विरोध करने के लिए कोंग्रेस नए नए बहाने गढ़ रही है . कभी ये कहती है की एक एक स्थान पर ऐसा प्रचार करने की कीमत 5 करोड़ रुपैये हैं , इसलिए इलेक्सन कमिसन को इस की जांच करनी चहिये . सी पि एम् और नवनिर्मित गुजरात परिवर्तन पार्टी भी इस महान परिवर्तन को पचा नहीं पा रही . और दिग्विजय सिंह जैसे बयानबाज नेताओं ने इसे नरेन्द्र मोदी का मायावी रूप बताते हुए , दस सर वाले रावण से तुलना कर दी .
कोई कुछ भी कहे , सच्चाई ये है -की गुजरात की जनता अपने प्रिय नेता नरेन्द्र मोदी को प्रत्यक्ष रूप से देखना और सुनना चाहती है - और उनकी वो इच्छा इस माध्यम से पूरी हो रही है . गुजरात चुनाव का पहला दौर समाप्त हो चूका है जिसमें हुए मतदान की संख्या ने पिछले सारे रेकोर्ड तौड़ दिए हैं . संभवतः ये मतदान नरेन्द्र मोदी के सर्वव्यापी स्वरूप का ही परिणाम है !